एक आकर्षक भारतीय सुंदरता का एक आकर्षक क्लोज़-अप, एक पेचकश के साथ खुद को खुश करते हुए, विशेषज्ञ रूप से उसकी रसीली झाड़ी को सहलाता हुआ। उसकी कराहें और धड़कती हुई भगनासा उसकी अतृप्त इच्छा का एक वसीयतनामा है, जो एक मन-उड़ाने वाले चरमसुख में परिणत होती है।